किसानों का शक्ति प्रदर्शन, 5 स्थानों से निकाला ट्रैक्टर मार्च, केएमपी एक्सप्रेस वे को जाम कर प्रदर्शन
नई दिल्ली- कृषि कानून के खिलाफ किसान आंदोलन आज 43 वें दिन में प्रवेश कर गया है सरकार और किसानों के बीच आठ दौर की बातचीत के बाद भी फिलहाल कोई नतीजा नही निकला आज किसानों ने 5 स्थानों से ट्रैक्टर मार्च निकाल कर दिल्ली की ओर कूच किया और अपना शक्ति प्रदर्शन कर राजधानी को चारों ओर से घेरा किसानों की इस ट्रैक्टर रैली से दिल्ली के केएमपी सहित सभी बार्डर और हाइवेज पर जाम जैसी स्थिति देखी गईं।
उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों से सैकड़ों ट्रेक्टर ट्रालिया किसानों को लेकर दिल्ली की तरफ आ रही है इस बीच 5 दिशाओं से किसानों ने ट्रेक्टर मार्च निकाला यह ट्रैक्टर मॉर्च टिकरी बॉर्डर से सिंधु बॉर्डर की ओर से केएमपी बॉर्डर तक निकला साथ ही सिंधु बॉर्डर से टिकरी बॉर्डर तक गाजीपुर बॉर्डर से पलवल बार्डर तक ट्रैक्टर मॉर्च निकाला गया वही एक ट्रैक्टर मॉर्च टिकरी बार्डर से कुंडली बॉर्डर की ओर निकला वही एक एक ट्रैक्टर मॉर्च बहादुर गढ़ बार्डर और ढांसा से मानेसर की ओर भी निकाला गया।
किसानों का यह मोर्चा कुंडली – मानेसर – पलवल एक्सप्रेस (केएमपी) वे को जाम कर वहां प्रदर्शन भी करेगा। टिकरी बॉर्डर से किसान नेता राकेश टिकेत के नेतृत्व में निकली ट्रेक्टर रैली ने केएमपी की तरफ़ कूच किया जिसमें सैकड़ो ट्रैक्टर शामिल थे जिन पर किसान, सयुक्त किसान मोर्चा के झंडा लिये आगे बढ़ रहे थे इस मौके पर किसान नेता राकेश टिकेत ने कहा यह अभी ट्रेलर है और रिहर्सल हैं हमने एक लाख राष्ट्रीय झंडों का ऑर्डर दिया है 26 जनवरी को किसान अपने हाथों में यह राष्ट्रीय ध्वज थामकर गणतंत्र दिवस पर लाल किले की ओर रवाना होंगे। टिकेट ने दावा किया कि आज ट्रैक्टर रैली में 50 हजार से अधिक ट्रैकर ट्रालियों पर लाखों किसान मार्च में शामिल हो रहे हैं।
जैसा कि किसान संगठन और सरकार के बीच गतिरोध अभी भी जारी है, और किसान फिलहाल पीछे हटने को कतई तैयार नही हैं उनका कहना है जब तक यह कानून रद्द नही होते औऱ एमएसपी पर कानून नही बनता वह घर बापस नही जायेंगे। और अपने आंदोलन को और तेज करेंगे जिसके तहत आज किसान ट्रैक्टर रैली निकाल रहे हैं खास बात है किसानों की संख्या कम होने की बजाय और बढ़ती जा रही हैं अन्य राज्यों से किसानों का आना लगातार जारी हैं।
जिसमें यूपी के लखमीपुर खीरी पीलीभीत बरेली शाहजहापुर और उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर रामनगर और अन्य दूरस्थ इलाकों से तीन चार दिन से किसानों का आंदोलन स्थल की ओर आना लगातार जारी हैं जिससे साफ है कि जहां किसानों की संख्या में इजाफा हो रहा है बल्कि भीषण ठंड और असुविधाओं के बावजूद किसानों के हौसले बुलंद हैं।
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