कोबरा न्यूज / राष्ट्रीय जनता दल का इतिहास: मुश्किल वक्त में लालू ने बनाई थी RJD, आज भी संकट में सुप्रीमो

दूसरी तरफ लालू यादव ने 2004 के लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की और केंद्र की यूपीए सरकार में वो रेल मंत्री बन गए. 2005 में विधानसभा चुनाव हुआ. आरजेडी के सामने समता पार्टी-लोक शक्ति पार्टी व अन्य के विलय से अक्टूबर 2003 में बनी जनता दल यूनाइटेड थी. आरजेडी महज 54 सीटों पर सिमट गई जबकि जेडीयू 88 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. बीजेपी को 55 सीट मिलीं. नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने. तब से अब तक यानी 15 साल से नीतीश ही बिहार चला रहे हैं.
इस बीच 2015 में आरजेडी ने नीतीश कुमार के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और गठबंधन की सरकार बनाई. लेकिन नीतीश ने जल्द ही आरजेडी से नाता तोड़ दिया और फिर बीजेपी को साथ लेकर बिहार की कुर्सी संभाल ली.
अब जबकि लालू प्रसाद यादव चारा घोटाला केस में ही जेल की सजा काट रहे हैं, उनके बेटे तेजस्वी यादव व तेज प्रताप यादव नीतीश कुमार और बीजेपी की संयुक्त सत्ता को चुनौती दे रहे हैं. आलम ये है कि रघुवंश प्रसाद सिंह जैसे नेता जिन्होंने दिल्ली में बैठकर लालू के साथ आरजेडी बनाई थी, वही अब आरजेडी से इस्तीफा दे चुके हैं और लालू 1997 की तरह ही फिर से चारा घोटाला के साये में रहकर अपनी पार्टी को खड़ा करने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं. जबकि उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव पूरी तरह से पार्टी का कामकाज देख रहे हैं. लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप भी अपनी पार्टी के साथ आगे बढ़ रहे हैं.
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