कोलारस- कोलारस तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम सनवारा पर स्थित पीर बुरहान बाबा की दरगाह हिंदू मुस्लिम समाज के लोगों की आस्था का केंद्र है। पीर बुरहान बाबा की दरगाह पर प्रतिवर्ष पीर बुरहान बाबा साहब का वार्षिक मेला भादों माह की दूसरी जुमेरात को आयोजित किया जाता है। यह एक ऐतिहासिक प्राकृतिक मेला है जो हिंदू मुस्लिम भाईचारे का प्रतीक है परंतु कोरोना संक्रमण की वजह से इस बार का मेला आयोजित नहीं किया जाएगा, क्योंकि जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मरीजों को देखते हुए और कोरोना गगाइडलाइंस के अनुसार इस वर्ष पीर बुरहान साहब का मेला आयोजित नहीं किया जाएगा। बाबा साहब की दरगाह कोलारस से 7 किलोमीटर दूर जंगल में ग्राम सनवारा की पहाड़ी पर स्थित है।
इस मेले में हर वर्ग का व्यक्ति शामिल होता है अपनी दुआएं मांगता है, बताते हैं कि बाबा की दरगाह पर आने वाले हर व्यक्ति के मन की मांगी मुराद पूरी होती है। मुराद पूरी होने पर व्यक्ति द्वारा आगामी वर्ष में चादर चढ़ाई जाती है। इस मेले में कोलारस के आसपास व सुदूर अंचल भर के लोग भी बाबा की दरगाह पर मत्था टेकने आते हैं, और चादर चढ़ाते हैं। कोलारस में लगने वाला पीर बाबा साहब का मेला बहुत प्रसिद्ध है, यही वजह है कि यहां कोलारस, शिवपुरी, गुना, झांसी, दतिया, भिंड, मुरैना सहित विभिन्न क्षेत्रों के लोग अपने मन की मुरादें लेकर बाबा की दरगाह पर आकर उनके पूरी होने की प्रार्थना करते हैं।
इनका कहना है-
पुलिस प्रशासन से भी पत्राचार हुआ है और कोरोना के चलते यह निर्णय लिया था कि अब की बार पीर बुरहान साहब की दरगाह पर 8 बजे ताजपोशी होगी लेकिन मेला नहीं होगा
-अखिलेश शर्मा तहसीलदार कोलारस
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