CBSE की 12वीं की बची हुई परीक्षा 1 से 15 जुलाई के बीच आयोजित किए जाने के खिलाफ कुछ अभिभावकों ने याचिका डाली थी. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने CBSE से कोरोना संकट के दौरान परीक्षा से छात्रों की सेहत पर पड़ने वाले असर को लेकर जताई गई आशंका पर बोर्ड से जवाब देने को कहा है. अब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट 24 जून को अगली सुनवाई करेगा.
बता दें कि सीबीएसई बोर्ड (CBSE Board) ने हाल ही में फैसला लिया था कि बोर्ड अपने बचे हुए एग्जाम एक से 15 जुलाई को कराएगा. सीबीएसई बोर्ड के इस फैसले के खिलाफ कुछ पेरेंट्स ने 10 जून को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर एग्जाम पर स्टे लगाने की मांग की थी.
पेरेंट्स ने अपनी याचिका में खासतौर पर कोरोना वायरस के संक्रमण से बढ़ते खतरे का जिक्र किया है. पेरेंट्स का तर्क है कि एम्स के डाटा के अनुसार, कोरोना वायरस आने वाले समय में भारत में अपने चरम पर होगा. ऐसे में परीक्षाएं कराना बच्चों की सेहत के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है.
इसलिए पेरेंट्स ने मांग की है कि इन परीक्षाओं को रद्द कर दिया जाना चाहिए. उनका कहना है कि आज भारत में संक्रमितों की संख्या 3 लाख से उपर पहुंच चुकी है, ऐसे में परीक्षाएं कराना बेहद जोखिम भरा कदम साबित हो सकता है. पेरेंट्स अब इंटरनल एसेसमेंट के जरिये रिजल्ट घोषित करने की मांग कर रहे हैं.
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