बड़वानी की तत्कालीन सीएमएचओ समेत 7 लोग डिस्चार्ज, बोले- कुछ सावधानी बरतने से कोरोना को हराया जा सकता है
बड़वानी. शहर के लिए शनिवार काे एक खुश हाेने वाली खबर सामने आई। जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती सात लोगों की दूसरी रिपोर्ट कोरोना निगेटिव आने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएस सेत्या ने बताया कि तत्कालीन सीएमएचओ डॉ. अनीता सिंगारे, मंशा पांडे, मिथुन, अनिल बच्चन, सोहेल मंसूरी, आयाज, वीणा पवार को डिस्चार्ज किया गया है। आयाज सेंधवा के रहने वाले हैं, जबकि 5 लोग बड़वानी के हैं। डॉ. सेत्या ने बताया कि दो अन्य की पहली रिपोर्ट निगेटिव आई है। दूसरी रिपोर्ट भी नेगेटिव आने पर उन्हें भी घर भेज दिया जाएगा। इस दौरान सभी लोगों काे डॉक्टर और स्टाफ ने ताली बजाकर रवाना किया।
वीणा ने बताया कि वह स्टाफ नर्स हैं। मरीजों की देखभाल के दौरान काेरोना की चपेट में आ गई थी। सभी की मदद से आज अच्छी होकर घर जा रही हूं। सभी से यहीं कहना चाहती हूं कि इस बीमारी से डरने की जररूत नहीं है। जो लोग ऐसा सोचते हैं कि इस बीमारी की चपेट में आने से मरना ही है तो वे गलत सोचते हैं, ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। बस कुछ सावधानी रखकर हम इससे जीत सकते हैं।
घर जाते वक्त अनिल बच्चन ने बताया कि मैं भामी का रहने वाला हूं। यहां का स्टाफ बहुत अच्छा है। हम जब भी कभी मायूस होते तो ये कहते थे बेटा तुम अपना ख्याल रखो, बिल्कुल टेंशन मत लेना। बस मैं यही कहना चाहता हूं कि यदि आपको कोरोना के लक्षण नजर आए तो तत्काल अस्पताल में भर्ती हों। मैं यहां से जाने के बाद 14 दिन तक घर पर ही रहूंगा। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करूंगा।
सेंधवा के अयाज ने बताया कि यहां से जाकर होम क्वारैंटाइन में रहूंगा। यदि किसी प्रकार समस्या होती है तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें। वहीं सोहैल ने कहा कि ट्रामा सेंटर में हमें अच्छे से रखा गया। उसने कहा कि कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है। नितिन ने कहा कि कोरोना पॉजिटिव आने के बाद मैं बहुत परेशान हो गया था। यहां पर डॉक्टरों से हौंसला बढ़ाया और उनकी सलाह मानकर आज मैं अपने घर लौट रह हूं।
बड़वानी की रहने वाली मंशा पांडे ने कहा कि यहां पर अच्छे से इलाज हुआ। यहां घर जैसे ही देखभाल की गई। अस्पताल स्टाफ ने इस प्रकार से रखा कि कभी लगा ही नहीं की मैं कोरोना पेशेंट हूं। बस यही कहना चाहती हूं कि दूरी बनाकर रखो। मुझे यदि मोहल्ले में इस प्रकार का कोई भी केस दिखाई दिया तो तत्काल प्रशासन को सूचना दूंगी। यहां से जाकर 14 दिन घर पर रहूंगा। मेरी इतनी देखभाल के लिए सभी का धन्यवाद।
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