गाडरवारा तहसील के ग्राम मऊ में खेत में लगी फेंसिंग में फंसे तेंदुए को पकड़ने शनिवार की सुबह पेंच और वन अमले की टीम ने डेढ़ घंटे रेस्क्यू किया। तेंदुए का प्राथमिक इलाज कर उसे भोपाल वन विहार भेज दिया गया है। करीब एक सप्ताह वन विहार में रहने के बाद ही तेंदुए की वनक्षेत्र में वापसी होगी।
सालीचौका से लगे मऊ गांव में शुक्रवार की दोपहर तेंदुए को खेत में अचेत हालत में देखा गया था। घबराए ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी तो अमले ने तेंदुए की निगरानी शुरू कर दी। पेंच नेशनल पार्क सिवनी से भी तेंदुआ पकड़ने विशेषज्ञों की टीम बुलाई गई जो शुक्रवार रात पहुंची।
शनिवार सुबह 6 बजे वाइल्ड लाइफ के डॉ. अखिलेश मिश्रा की 6 सदस्यीय टीम ने रेस्क्यू शुरू किया और डेढ़ घंटे के प्रयास के बाद तेंदुआ को पकड़ा और उसे वाहन में रखकर इलाज किया। एसडीओ वन प्रदीप कुमार ने बताया कि तेंदुआ नर है जिसकी उम्र 5 से 6 वर्ष की है। अब तेंदुआ पूरी तरह स्वस्थ है। वह तार में पैर फंसने से नहीं उठ पा रहा था। भोपाल वन विहार में तेंदुए को एक सप्ताह रखा जाएगा और फिर वन विहार प्रबंधन से बात करके तेंदुए की स्थानीय वनक्षेत्र में वापसी होगी।
रातभर सो नहीं सके ग्रामीण
सुबह कुछ दूरी पर ग्रामीणों की भीड़ जमा रही। जैसे ही रेस्क्यू टीम ने तेंदुए को पकड़ा और उसका इलाज शुरू किया तो तेंदुआ देखने लोगों की भीड़ लग गई। ग्रामीणों ने कहा कि गांव के पास तेंदुआ होने से वे रात भर ठीक से सो नहीं सके।
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