इंदौर। इस बार कस्तूरबा गांधी की जयंती पर कस्तूरबा ग्राम में महिलाओं के लिए अनोखी प्रतियोगिता आयोजित होगी। यहां बालिकाओं व महिलाओं का ब्लड टेस्ट किया जाएगा और हिमोग्लोबिन का मानक स्तर मिलने पर उस प्रतिभागी को मिस हिमोग्लोबिन का खिताब दिया जाएगा। बा यानी कस्तूरबा गांधी के सपने के अनुरूप महिलाओं को सशक्त बनाने, शिक्षित करने सहित स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए शक्ति सम्मेलन किया जा रहा है। कस्तूरबा ग्राम की बालिकाओं सहित पूरे संभाग से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाएं व आसपास की ग्रामीण महिलाएं व महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी सहित अन्य मंत्री, सांसद, विधायक, संभागायुक्त, कलेक्टर व अधिकारी मौजूद रहेंगे। प्रदेश में महिलाओं व युवतियों में खानपान की सजगता न होने के कारण एनिमिया की शिकायत सामने आती है। खासकर ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं में हिमोग्लोबिन की कमी मिल रही है।
इन महिलाओं को हिमोग्लोबिन के लिए जागरूक करने के लिए कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट में अन्य आयोजन के साथ ही मिस हिमोग्लोबिन प्रतियोगिता भी रखी गई। इसमें डॉक्टर रक्त परीक्षण कर हिमोब्लोबिन का स्तर जांचेंगे। उसी दिन इसकी रिपोर्ट भी दे दी जाएगी। मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी ने 'स्वस्थ्य नारी, स्वस्थ प्रदेश' अभियान के तहत महिला कॉलेजों में जांच कराई थी। दिसंबर 2018 में तत्कालीन राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को यह रिपोर्ट सौंपी गई थी।
यह होना चाहिए हिमोग्लोबिन का स्तर
महिला - 1 लीटर खून में हिमोग्लोबिन 125 ग्राम (12.5%) तक होना जरूरी है।
पुरुष - 1 लीटर खून में 145 ग्राम (14.5 प्रतिशत) तक होना जरूरी है।
4 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं में मिली हिमोग्लोबिन की कमी
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