रिलायंस समूह द्वारा शिवपुरी जिले में पहली इंडस्ट्री लगाने की तैयारी चल रही है। इससे क्षेत्र के युवाओं के लिए रोजगार के द्वार खुलेंगे। इसके लिए पडोरा भेड़ फार्म पर 700 बीघा जमीन दी जा रही है लेकिन भेड़ फार्म पर डेढ़ सौ बीघा से ज्यादा जमीन पर कुछ लाेगाें ने कब्जा कर रखा है और खेती कर रहे हैं। इस वजह से इंडस्ट्री लगाने में मुश्किल खड़ी हो सकती है। राजस्व विभाग ने कब्जा हटाए बिना जमीन एमपीआईडीसी (मप्र इंडस्ट्रियल डवलपमेंट काॅर्पोरेशन) ग्वालियर को हस्तांतरित कर दी। हालांकि रिलायंस समूह द्वारा इंडस्ट्री लगाने की बात सामने आने के बाद राजस्व विभाग के अधिकारी सक्रिय हुए तो पता चला कि इस जमीन की फाइल ही नहीं मिल रही। एसडीएम कोलारस का कहना है कि मूल फाइल ढूंढी जा रही है। रिलायंस समूह को शिवपुरी जिले में गोला-बारूद तैयार करने के लिए इंडस्ट्री लगाने की प्रदेश सरकार ने स्वीकृति दी है। सरकार से स्वीकृति मिलने के बाद मप्र इंडस्ट्रियल डवलपमेंट कार्पोरेशन ग्वालियर ने 1.50 करोड़ रुपए जमा कराने के लिए रिलायंस समूह को पत्र जारी किया है।
एक से डेढ़ हजार लोगों को रोजगार मिलेगा
पडोरा भेड़ फार्म की जिला मुख्यालय शिवपुरी से दूरी करीब 30 किमी है। बगल से ही कोटा-झांसी फोरलेन निकला है। कोटा-झांसी फोरलेन सड़क पड़ौरा चौराहे से होकर गुजरी है, जहां से देश में चारों तरफ कहीं भी आसानी से जा सकते हैं। यदि इंडस्ट्री स्थापित होती है तो आठ सौ से लेकर एक हजार लोगों को कामगार के रूप में रोजगार मिलेगा जबकि अप्रत्यक्ष रूप से एक से डेढ़ हजार लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।
पडोरा भेड़ फार्म की जिला मुख्यालय शिवपुरी से दूरी करीब 30 किमी है। बगल से ही कोटा-झांसी फोरलेन निकला है। कोटा-झांसी फोरलेन सड़क पड़ौरा चौराहे से होकर गुजरी है, जहां से देश में चारों तरफ कहीं भी आसानी से जा सकते हैं। यदि इंडस्ट्री स्थापित होती है तो आठ सौ से लेकर एक हजार लोगों को कामगार के रूप में रोजगार मिलेगा जबकि अप्रत्यक्ष रूप से एक से डेढ़ हजार लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।
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