घरेलू गैस सिलेंडर की सब्सिडी में लगातार कटौती हो रही है। गैस कंपनियों ने एक साल में सब्सिडी 70 रुपए तक कम कर दी है। अप्रैल में सिलेंडर 775 रुपए में में मिल रहा था, तब अकाउंट में 270 रुपए सब्सिडी आ रही थी। अब यह 773 रुपए में मिल रहा है लेकिन सब्सिडी सिर्फ 198 रुपए आ रही है। इस प्रकार उपभोक्ता को एक सिलेंडर पर 70 रुपए का नुकसान हाे रहा है।
एजेंसी संचालकों के मुताबिक सिलेंडर का अप्रैल में बेसिक रेट 505 रुपए था और वह उपभोक्ताओं तक 775 रुपए में दिया गया। दिसंबर में बेसिक रेट 575 रुपए हो गए और उपभोक्ताओं को वह 773 में दिया जा रहा है। इस प्रकार नौ महीने में सिलेंडर के बेसिक रेट 70 रुपए बढ़ गया। यही कारण है कि सब्सिडी भी 70 रुपए कम हो गई। इससे गैस उपभोक्ताओं की जेब पर असर हो रहा है और उन्हें गैस सिलेंडर के एवज में ज्यादा दाम चुकाना पड़ रहे हैं।
घरेलू गैस सिलेंडर 734.35 रुपए का है। प्रदेश सरकार 5 फीसदी जीएसटी वसूलती है। इससे सिलेंडर 773 रुपए में मिलता है।
1 जनवरी 2015 से शुरू की थी डीबीटीएल योजना
पहले केंद्र सरकार सब्सिडी काटकर ग्राहकों को सिलेंडर देती थी। घरेलू गैस सिलेंडर की कालाबाजारी रोकने के लिए केंद्र सरकार ने डीबीटीएल योजना शुरू की। जिले में डीबीटीएल (डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर फॉर एलपीजी) स्कीम 1 जनवरी 2015 से शुरू की। इसके बाद से सरकार सब्सिडी वाला सिलेंडर देने की जगह ग्राहकों को बाजार भाव में सिलेंडर देकर सब्सिडी सीधे उपभोक्ताओं के अकाउंट में जमा कराने लगी। इससे शुरुआत में सब्सिडी ज्यादा मिली लेकिन अब गैस कंपनियां लगातार इसमें कटौती कर रही हैं।
सब्सिडी कम आने पर ग्राहक एजेंसियों को कर रहे शिकायत
घरेलू गैस सिलेंडर की सब्सिडी कम हो रही है। इससे ग्राहक एजेंसियों के पास पहुंच रहे हैं कि सब्सिडी कम अाने की शिकायतें कर रहे हैं। यह शिकायतें गैस कंपनियों के रीजनल ऑफिस से लेकर भारत सरकार के पेट्रोलियम मंत्रालय व सीएम हेल्पलाइन पर भी पहुंच रही हैं लेकिन उपभोक्ताओं को काेई जवाब नहीं मिल रहा है।
पांच महीने में 122 रुपए महंगा हो गया सिलेंडर
सिलेंडर के भाव सब्सिडी जमा हुई
अगस्त 651 रुपए 126 रुपए
सितंबर 670 रुपए 112 रुपए
अक्टूबर 681 रुपए 119 रुपए
नवंबर 759 रुपए 188 रुपए
दिसंबर 773 रुपए 198 रुपए
एजेंसी संचालकों के मुताबिक सिलेंडर का अप्रैल में बेसिक रेट 505 रुपए था और वह उपभोक्ताओं तक 775 रुपए में दिया गया। दिसंबर में बेसिक रेट 575 रुपए हो गए और उपभोक्ताओं को वह 773 में दिया जा रहा है। इस प्रकार नौ महीने में सिलेंडर के बेसिक रेट 70 रुपए बढ़ गया। यही कारण है कि सब्सिडी भी 70 रुपए कम हो गई। इससे गैस उपभोक्ताओं की जेब पर असर हो रहा है और उन्हें गैस सिलेंडर के एवज में ज्यादा दाम चुकाना पड़ रहे हैं।
घरेलू गैस सिलेंडर 734.35 रुपए का है। प्रदेश सरकार 5 फीसदी जीएसटी वसूलती है। इससे सिलेंडर 773 रुपए में मिलता है।
1 जनवरी 2015 से शुरू की थी डीबीटीएल योजना
पहले केंद्र सरकार सब्सिडी काटकर ग्राहकों को सिलेंडर देती थी। घरेलू गैस सिलेंडर की कालाबाजारी रोकने के लिए केंद्र सरकार ने डीबीटीएल योजना शुरू की। जिले में डीबीटीएल (डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर फॉर एलपीजी) स्कीम 1 जनवरी 2015 से शुरू की। इसके बाद से सरकार सब्सिडी वाला सिलेंडर देने की जगह ग्राहकों को बाजार भाव में सिलेंडर देकर सब्सिडी सीधे उपभोक्ताओं के अकाउंट में जमा कराने लगी। इससे शुरुआत में सब्सिडी ज्यादा मिली लेकिन अब गैस कंपनियां लगातार इसमें कटौती कर रही हैं।
सब्सिडी कम आने पर ग्राहक एजेंसियों को कर रहे शिकायत
घरेलू गैस सिलेंडर की सब्सिडी कम हो रही है। इससे ग्राहक एजेंसियों के पास पहुंच रहे हैं कि सब्सिडी कम अाने की शिकायतें कर रहे हैं। यह शिकायतें गैस कंपनियों के रीजनल ऑफिस से लेकर भारत सरकार के पेट्रोलियम मंत्रालय व सीएम हेल्पलाइन पर भी पहुंच रही हैं लेकिन उपभोक्ताओं को काेई जवाब नहीं मिल रहा है।
पांच महीने में 122 रुपए महंगा हो गया सिलेंडर
सिलेंडर के भाव सब्सिडी जमा हुई
अगस्त 651 रुपए 126 रुपए
सितंबर 670 रुपए 112 रुपए
अक्टूबर 681 रुपए 119 रुपए
नवंबर 759 रुपए 188 रुपए
दिसंबर 773 रुपए 198 रुपए
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