हाउसिंग बोर्ड ने दीनदयाल नगर का विकास 1980 के दशक में किया था। इस दौरान सेक्टर के हिसाब से विकास कार्य कराए गए थे। वर्ष 2005 से लेकर 2007 के बीच दीनदयाल नगर के जी सेक्टर में निर्माण कार्य शुरू कराए गए थे। यहां हाउसिंग बोर्ड को 59.55 हेक्टेयर भूमि अलॉट हुई थी। इस भूमि में से हाउसिंग बोर्ड ने पांच बीघा से अधिक जमीन को जी सेक्टर के विकास कार्य के दौरान अपने आधिपत्य में लिया ही नहीं और प्राइवेट लोगों से सेटिंग कर महाराजपुरा गिर्द के सर्वे नंबर 294, 295, 296 और 304 पर धीरे-धीरे कब्जा कराना शुरू कर दिया।
वर्ष 2007 में इस मामले की शिकायतें हुईं और मुख्यालय के आदेश पर बोर्ड के अफसरों ने राजस्व अमले से यहां सीमांकन भी कराया था। इस सीमांकन रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि बोर्ड की जमीन पर अतिक्रमण है और मकान भी बन चुके हैं। इसके बावजूद अफसरों ने इस रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। गत 14 नवंबर को मुख्यालय के अफसरों ने इसी मामले में जिम्मेदारी फिक्स करने के लिए पांच सदस्यीय जांच दल को ग्वालियर भेजा था। इस जांच दल ने मौका-मुआयना करने के साथ ही पुराना पत्राचार भी खंगाला है और अब इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अफसरों और कर्मचारियों के घरों तक गया जांच दल
भोपाल से आए जांच दल में एडिशनल हाउसिंग कमिश्नर बीएल सोलंकी, मुख्य संपदा अधिकारी सुनंदा पंचभाई , मुख्य अंकेक्षण अधिकारी अखिल कुमार वर्मा सहित पांच सदस्यीय दल ग्वालियर आया था। इस दल ने गत शुक्रवार को हाउसिंग बोर्ड के कटनी में पदस्थ कार्यपालन यंत्री सूर्यकांत शर्मा (तत्कालीन सहायक यंत्री) के दर्पण कॉलोनी स्थित मकान तक का जायजा लिया था। दल को शिकायत मिली है कि सूर्यकांत शर्मा ने इस जमीन को खुर्द-बुर्द कराया है और इसी जमीन में से एक प्लॉट की अपनी मां के नाम पर रजिस्ट्री कराई है। श्री शर्मा के घर पर लोकायुक्त का छापा भी लग चुका है।
डी और ई सेक्टर की भी जांच
हाउसिंग बोर्ड के जांच दल ने दीनदयाल नगर के डी और ई सेक्टर के ओपन स्पेस को भी कब्जा कराने के मामले में मौका-मुआयना किया है। मुख्यालय तक पहुंची शिकायत में इस जमीन को भी खुर्द-बुर्द कराने की जिक्र है। ऐसे में जांच टीम ने स्थानीय अफसरों के साथ मिलकर यह जगह भी देखी है।
छह फाइलें भी की हैं जब्त
इस जांच टीम ने ग्वालियर वृत्त कार्यालय से छह संपत्तियों से जुड़ी हुई फाइलें भी जब्त की हैं। ये संपत्तियां बोर्ड के ही अफसरों व कर्मचारियों ने स्वयं या अपने परिजनों के नाम पर खरीदी हैं। ऐसे में अब बोर्ड के अफसर उनकी आय और संपत्तियों की कीमत के हिसाब से आंकलन कर कार्रवाई करने की तैयारी कर रहे हैं।
अभी चल रही है जांच
 हमें ग्वालियर वृत्त कार्यालय से संबंधित शिकायतें मिली हैं, जिनकी जांच अभी चल रही है। इस कारण अभी हम कुछ भी नहीं बता सकते हैं। जांच रिपोर्ट तैयार हो जाने के बाद हम इस मामले में दोषी अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। बीएल सोलंकी, एडिशनल कमिश्नर हाउसिंग बोर्ड
वर्ष 2007 में इस मामले की शिकायतें हुईं और मुख्यालय के आदेश पर बोर्ड के अफसरों ने राजस्व अमले से यहां सीमांकन भी कराया था। इस सीमांकन रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि बोर्ड की जमीन पर अतिक्रमण है और मकान भी बन चुके हैं। इसके बावजूद अफसरों ने इस रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। गत 14 नवंबर को मुख्यालय के अफसरों ने इसी मामले में जिम्मेदारी फिक्स करने के लिए पांच सदस्यीय जांच दल को ग्वालियर भेजा था। इस जांच दल ने मौका-मुआयना करने के साथ ही पुराना पत्राचार भी खंगाला है और अब इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अफसरों और कर्मचारियों के घरों तक गया जांच दल
भोपाल से आए जांच दल में एडिशनल हाउसिंग कमिश्नर बीएल सोलंकी, मुख्य संपदा अधिकारी सुनंदा पंचभाई , मुख्य अंकेक्षण अधिकारी अखिल कुमार वर्मा सहित पांच सदस्यीय दल ग्वालियर आया था। इस दल ने गत शुक्रवार को हाउसिंग बोर्ड के कटनी में पदस्थ कार्यपालन यंत्री सूर्यकांत शर्मा (तत्कालीन सहायक यंत्री) के दर्पण कॉलोनी स्थित मकान तक का जायजा लिया था। दल को शिकायत मिली है कि सूर्यकांत शर्मा ने इस जमीन को खुर्द-बुर्द कराया है और इसी जमीन में से एक प्लॉट की अपनी मां के नाम पर रजिस्ट्री कराई है। श्री शर्मा के घर पर लोकायुक्त का छापा भी लग चुका है।
डी और ई सेक्टर की भी जांच
हाउसिंग बोर्ड के जांच दल ने दीनदयाल नगर के डी और ई सेक्टर के ओपन स्पेस को भी कब्जा कराने के मामले में मौका-मुआयना किया है। मुख्यालय तक पहुंची शिकायत में इस जमीन को भी खुर्द-बुर्द कराने की जिक्र है। ऐसे में जांच टीम ने स्थानीय अफसरों के साथ मिलकर यह जगह भी देखी है।
छह फाइलें भी की हैं जब्त
इस जांच टीम ने ग्वालियर वृत्त कार्यालय से छह संपत्तियों से जुड़ी हुई फाइलें भी जब्त की हैं। ये संपत्तियां बोर्ड के ही अफसरों व कर्मचारियों ने स्वयं या अपने परिजनों के नाम पर खरीदी हैं। ऐसे में अब बोर्ड के अफसर उनकी आय और संपत्तियों की कीमत के हिसाब से आंकलन कर कार्रवाई करने की तैयारी कर रहे हैं।
अभी चल रही है जांच
 हमें ग्वालियर वृत्त कार्यालय से संबंधित शिकायतें मिली हैं, जिनकी जांच अभी चल रही है। इस कारण अभी हम कुछ भी नहीं बता सकते हैं। जांच रिपोर्ट तैयार हो जाने के बाद हम इस मामले में दोषी अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। बीएल सोलंकी, एडिशनल कमिश्नर हाउसिंग बोर्ड
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